बिजनेसमैन कैसे बने वित्तीय जेखिमयुक्त नवीन व्यवसायिक कार्य उद्यम तथा इसके कर्ता को बिजनेसमैन कहते हैं l
श्रम: शहरी एवं मन की शक्ति का व्यय जब धनार्जन के लिए होता है, तो उसे श्रम कहते हैं l
परिश्रम: शक्ति का व्यय जब अपने लिए होता है तो वह परिश्रम ही जाता है l
बिजनेसमैन कैसे बने
उत्पादन: उत्पादन तो वस्तु है, लेकिन उत्पादकता से उत्पादन क्षमता एवं गुणवत्ता का बोध होता है l उत्पादन से उद्यम फलित होता है l
उद्योग : कई वस्तुओं के योग से समाज कल्याण के लिए जो वस्तुएं तैयार की जाती हैं, उस क्रिया को उद्योग कहते हैं l
उद्यम परिश्रम से उत्पादन
परिश्रम ही पूंजी है, आलस्य ही गरीबी है l गरीबी दैवी प्रकोप नहीं बल्कि आलस्य प्रमाद अपव्यय एवं अन्य दुर्गुणों के एकत्रीकरण का ही प्रतिफल है l SAFAL BUSINESSMAN KAISE BANAYE
उद्यम की विशेषता उद्यमिता है l जो निरंतर कार्य में रत हैं l जैसे मनुष्य का गुण उसकी मनुष्यता है, उसी प्रकार बिजनेसमैन का गुण उसकी उद्यमिता है l उद्यमिता को विकसित करने के लिए बिजनेमैन होना आवश्यक है l बिजनेसमैन कैसे बने
मैंने लखनऊ में एक भिखारी से कहा कि तुम्हारा शरीर ठीक है, तुम भीख क्यों मांगते हो मेहनत क्यों नहीं करते तो उसने जवाब दिया बाबूजी मैंने आपसे पैसा मांगा है, राय नहीं अब आप ही बताएं कि ऐसे व्यक्ति की गरीबी कौन दूर कर सकता है l
बिजनेसमैन तीन प्रकार के होते हैं l
1. पहले वे जो योजना तो बनाते हैं, लेकिन उसे परेशानी समझकर बीच ही में रदद कर देते हैं l
2. दूसरे वे जो योजना बनाते हैं, परंतु योजना में परेशानी आने पर उसे बीच में ही छोड़ देते हैं l
3. तीसरे वे जो योजना बनाते हैं, परेशानी आती हैं, लेकिन परेशानी का सामना करते हैं, यानी योजना को कार्यान्वित करते हैं l
उद्यमिता के सूत्र
लक्ष्य स्थिर हो एवं संकल्प में दृढ़ता हो तो सफलता मिलना निश्चित है l
. काम को कार्ययोगी की तरह यानी पूरे मन से करो योग कमर्स कौशल कुशलता पूर्वक किया हुआ कर्म ही योग है l
. आदमी काम को अधिकता से नहीं थकता काम की अनियमितता से थकता है l आधे अधूरे मन से किया गया काम थकान देगा तथा इससे काम को सफलता भी संदिग्ध हो जाएगी l
.बिजनेसमैन काम की अधिकता से नहीं थकता काम जब नहीं रहता तो थकता है, बिजनेसमैन कैसे बने
एक बिजनेसमैन किसी उद्यम को सफलता पूर्वक चलता है और दूसरा नुकसान उगता है, यानी नहीं चलता बिजनेसमैन ही उसे चलता है,
हमें यह उक्ति अच्छी लगती है, परिश्रमी समस्या का जवाब होता है, आलसी समस्या का हिस्सा होता है l
ज्ञान के आलोक में कर्म करेंगे तो उद्यमिता बढ़ेगी बिना ज्ञान के कर्म करेंगे तो श्रम का अपव्यय होगा ज्ञान दिशा देता है, यही कारण है कि कुरूक्षेत्र मैदान में धनुर्धर अर्जुन ने अपने रथ की लगाम कृष्ण के हाथ में दे दी थी l
बिजनेसमैन अपनी श्रम का पूरा सदुपयोग करता है, समय नष्ट नहीं करता l https://janavicomputercourse.com/2024/03/कंप्यूटर-क्या-है/
काम को काम समझकर मत करो कर्तव्य कर्म समझकर करो l
उद्यम करने में कठिनाइयां आएं तो जाओ सफल एवं बुद्धिमान बिजनेसमैन के पास समस्या हो का समाधान मिलेगा l
उद्योग में कड़ी मेहनत ईमानदारी एवं टीम भावना होना आवश्यक है, आपकी सफलता को कोई रोक नहीं सकता l
ऊर्जा चाहे प्रकट हो या आपकट बिजनेसमैन उसका पूरा का पूरा उपयोग करता है l बिजनेसमैन कैसे बने
प्रत्येक पुरुष के अंदर एक महापुरुष बैठा है l आप अच्छे बिजनेसमैन तभी बन सकते जब आप प्रत्येक सहकर्मी के महापुरुष को जाग्रत कर दे, आपका कर्मचारी ही कर्मयोगी हो जाएगा l
बिजनेसमैन कभी अनिश्चय या दुविधा में नहीं रहता गीता का बचत है संशयात्मा विनाशयती l
बिजनेसमैन आज के काम को कल पर नहीं छोड़ता सफल आदमी की यही पहचान है,

हमने डाकुओं को तो महापुरुष बनने देखा है, लेकिन आलसियों को नहीं बिजनेसमैन कैसे बने
जो जितना व्यस्त रहता है, उसके पास सबसे अधिक फुर्सत रहती l बिजनेसमैन कैसे बने हैं, लेकिन निठल्लों के पास समय कहां
बिजनेसमैन परेशानियों से घबराता नहीं उनका सामना करता है l क्या हज़ार कांटे भी गुलाब की सुंदरता और सुगंध को कम कर पाते हैं,
उद्यम माने श्रम भारतीय मनीषियों ने तो जीवन के प्रत्येक सोपान में श्रम की महत्ता स्थापित की है l ब्रह्माचर्य श्रम वान पस्त आश्रम एवं संन्यास श्रम आदि विभेद इसके प्रमाण हैं l हमारे विश्राम में भी श्रम लगा है, यानी उतना ही आराम करें कि पुनः श्रम करने लायक हो जाएं l https://www.quora.com/profile/Rekha-Devi-2144?ch=10&oid=2407798221&share=e02b34fe&srid=3djjWJ&target_type=user
तुलसीदास जी ने भी कहा है, कर्म प्रधान विश्व रांची राखा l अर्थात् जगत में उदया या कर्म की ही प्रधानता है l
उद्योगिन पुरुषसिंहमुपूति, लक्ष्मी
योनी बिजनेसमैन को ही लक्ष्मी की प्राप्ति के लिए समुद मंथन उद्यम है,बिजनेसमैन कैसे बने
Hii friends post जरूर पढ़ें अपना फीडबैक जरूर दे पोस्ट पढ़ें में कैसे लगा l