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व्यक्तित्व का विकास कैसे होता है best 2025

व्यक्तित्व का विकास कैसे होता है

व्यक्तित्व का विकास कैसे होता है एक ऐसी धारणा है, जिसे लेकर सदैव भ्रम बना रहा l हम सबके मानस में यह कामना अवश्य होती है कि कुछ ऐसा करें जिससे हमारा व्यक्तित्व विकसित हो l व्यक्तित्व विकास का अर्थ एवं परिभाषा

सामान्यतया व्यक्ति की प्रदर्शन क्षमता से उसके व्यक्तित्व का आकलन किया है, परंतु शायद ये पूरी तरह से उचित नहीं होगा l क्योंकि व्यक्तित्व में हमारी वेशभूषा व्यवहार आदते भावनाएं आदि सभी सम्मिलित होते होते हैं l व्यक्तित्व विकास PDF

व्यक्तित्व विकास को लेकर अनेक प्रकार के मत हैं l इसकी विभिन्न अवधारणाओं व परिभाषाओं को संपादित कर यदि यह कहा जाए कि मनुष्य की क्षमता और उसकी उपलब्धियों में आ रहे अंतर को कम करना ही व्यक्तित्व विकास है, तो सर्वथा उचित होगा l सफल बिजनेसमैन कैसे बनें?

आज के इस प्रतिस्पर्धी जीवन में हर कोई अपनी उपलब्धियों से पूर्णतया संतुष्ट नहीं है, साथ ही उसे यह भी अभ्यास रहता है कि कहीं न कहीं उसकी क्षमताओं का पूरा उपयोग नहीं पा रहा है l

जीवन के कुछ प्रमुख बिंदुओं पर ध्यान देकर हम सब अपने अपने व्यक्तित्व को और अधिक समृद्ध बना सकते हैं तथा अपनी उपलब्धियों को बढ़ा सकते हैं l व्यक्तित्व विकास का अर्थ एवं परिभाषा

जीवन में तीन चार चीजें हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण होती हैं: जैसे केरियर परिवार स्वास्थ्य धन संपदा समाज आदि हमें इन क्षेत्रों में समान रूप से सफलता एवं उपलब्धियों अर्जित करने के लिए व्यक्तित्व के विकास

व्यक्तित्व का विकास कैसे होता है

के कुछ सूत्रों पार विशेष ध्यान देना चाहिए निश्चय ही वे सभी लोग जो जीवन में लोगों में आगे बढ़ने को इच्छा रखते हैं l सफलता जिनका लक्ष्य ही नहीं साध्य भी है, उन्हें व्यक्तित्व विकास के इन सिद्धांतों का अवश्य पालन करना चाहिए l

पहनावा

वस्त्र हमारे व्यक्तित्व का हिस्सा है l प्रत्येक मिलने वाले व्यक्ति पर हमारा प्रथम प्रभाव हमारी वेशभूषा के आधार पर पड़ता है l पहली नजर में पड़ने वाला यह प्रभाव ठीक रहे इसलिए यह आवश्यक है कि हम साफ सुधरे तथा मौके अनुरूप वस्त्र पहनें l

सकारात्मक दृष्टिकोण

व्यक्तित्व का दूसरा महत्वपूर्ण प्रभाव उसके दृष्टिकोण द्वारा पड़ता है l सफलता के लिए सकारात्मक दृष्टिकोण का होना अत्यंत आवश्यक है l व्यक्तित्व विकास PDF

आत्मविश्वास से भरे साकारात्मक दृष्टिकोण वाले व्यक्ति का प्रभाव सभी पर पड़ता है और यह प्रभाव लंबे समय तक कार्य करता है l https://janavicomputercourse.com/2025/01/गरीबी-के-क्या-कारण-है/

अपने दृष्टिकोण को साकारात्मक बनाने के लिए हमें नकारात्मक विचारों से बचना चाहिए l स्वयं को ईश्वर की विशेष कृति के रूप में पहचानें और अपने चारों ओर ऐसे लोगों का साथ रखें जो कि उत्साहित करें निरुत्साहित नहीं काम पूरा हो पाएगा कि नहीं इस संशय में पड़ने की बजाय अपने काम को लक्ष्य तक पहुंचाने का निरंतर प्रयास करना चाहिए l व्यकित्व विकास के प्रकार

लक्ष्य निर्धारण

जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में सफलता प्राप्त करने के लिए लक्ष्यों का निर्धारण अत्यंत आवश्यक है l व्यावहारिक लक्ष्यों का निर्धारण कर व्यक्ति को पहली सफलता तुरंत ही प्राप्त हो जाती है l अपना लक्ष्य जाने बिना अनेकानेक विकल्पों में से सही व उचित मार्ग का निर्धारण करना संभव नहीं होता l व्यक्तित्व विकास का महत्व

अतः अपनी क्षमता योग्यता संसाधन अभिरुचि व परिस्थिति के अनुरुप लक्ष्य निर्धारण करना अत्यंत आवश्यक है l

हम स्वयं निर्धारित करें कि हमारे जीवन का लक्ष्य क्या होना चाहिए l इस काम में पूरी सावधानी बरतें एक बार लक्ष्य निर्धारण करके उसी मार्ग पर चलते रहना ही श्रेयस्कर है l एक बार रास्ते पर जाने के बाद हर कदम गलत पड़ता है,

जिस प्रकार कोट का एक बटन गलत लग जाने पर अन्य सब बटन गलत ही लगते जाते हैं l यह भी ध्यान रखना आवश्यक है कि गलती का अहसास होते ही उसमें सुधार कर लिया जाए l व्यक्तित्व विकास के प्रकार

उत्साह

व्यक्तित्व का एक महत्वपूर्ण पक्ष उत्साह होता है l ओत प्रोत व्यक्ति जीवन की छोटी मोटी असफलताओं से निराश नही होता वह अपनी ऊर्जा से अपने काम में लगा रहता है l व्यक्तित्व का विकास कैसे होता है

उत्साह विहीन व्यक्ति का कभी भी दूसरे पर रचनात्मक प्रभाव नहीं पड़ता l हर व्यक्ति ऐसे व्यक्तियों से संपर्क रखना चाहता है,

जो साकारात्मक दृष्टिकोण रखते हों और उत्साह से ओत प्रोत हों हर रात के बाद दिन के सिद्धांत को मानते हुए हम सबको चाहिए कि जीवन में होने वाली छोटी मोटी दुर्घटनाओं या आंशिक असफलताओं से विचलित न हों और लक्ष्य के प्रति उत्साह बनाए रखें l

प्रत्येक व्यक्ति सूर्य के प्रकाश को पसंद करता है l प्रत्येक व्यक्ति प्रफुल्ल और प्रसन्न रहना चाहता है l व्यक्तित्व विकास का अर्थ एवं परिभाषा

प्रफुल्ल और प्रसन्न वहीं रह सकता है, जो आशावान होता है l आशा है, निराशा अंधकार l अंधकार में आगे का रास्ता बंद हो जाता है l निराश व्यक्ति हाथ पर हाथ रखकर बैठ जाता है l व्यक्तित्व विकास का अर्थ परिभाषा

जीवन में कुछ भी करें परंतु महत्वाकांक्षा, को उत्तेजित करने वाले उच्च आदर्शों की प्रेरणा प्रदान करने वाले वातावरण में अवश्य रहें l ऐसा वातावरण ही विकास के मार्ग को प्रशस्त करने में समर्थ हो सकता है l https://www.quora.com/profile/Rekha-Devi-2144?ch=10&oid=2407798221&share=e02b34fe&srid=3djjWJ&target_type=user

सदैव उन्हीं लोगों की संगति में रहें जो हमारी क्षमताओं के प्रति विश्वास रखते हैं तथा जो निरंतर प्रेरणा एवं प्रोत्साहन प्रदान करते हैं l ऐसे व्यक्तियों की संगति में रहने पर हम पाएंगे कि हमारी महत्वाकांक्षा और प्रतिभा सदैव जाग्रत एवं जीवंत बनी रहती है l व्यक्तित्व का विकास कैसे होता है

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