संकल्प शक्ति जीवन में सफलता संकल्प से आती पूरी जानकारी पोस्ट में 2025 - Janavicomputercourse    

संकल्प शक्ति जीवन में सफलता संकल्प से आती पूरी जानकारी पोस्ट में 2025

संकल्प शक्ति जीवन में सफलता संकल्प से आती है l एक ही कार्य को कर रहे विभिन्न व्यक्तियों की संकल्प शक्ति का अर्थ सफलता का परीक्षण उनकी संकल्प शक्ति के अनुसार मिलता है l यदि किसी कार्य को किसी की देखा देखी बेमन से या आधे अधूरे संकल्प के साथ किया

जा रहा हो तो कार्य में सफलता संदिग्ध हो हैं l सांकल से जुड़ा प्रयास तमाम विध्न बाधाओं के बीच भी अपनी सिद्धि से पूर्व न तो शिथिल होता है और न रुकता है l संकल्पित व्यक्ति की हृदय की भावना बुद्धि की विचारण मन की आकांक्षा प्राणों का आवेग

शरीर का पुरुषार्थ सब मिलकर लक्ष्य संधान की दिशा में एकजुट होकर चल पड़ते हैं l

इस तरह संकल्प शक्ति का प्रयोग एक ऐसी प्रक्रिया है, जिसमें समस्त विकल्यों का अभाव होता है l

जहां सामने एक लक्ष्य एक उद्देश्य एक मंजिल होती है और अस्तित्व की समूची शक्ति उसको पूर्ण करने के लिए कटिबद्ध होती है, वहीं कठिन कर्म भी संकल्पित होने के साथ ही आसान बन जाता है l

वस्तुत संकल्पशील व्यक्ति के लिए कोई कार्य कठिन या असंभव नहीं होता l

संकल्पशील व्यक्ति अपनी सबसे बड़ी दुबर्लता को अपनी सबसे बड़ी शक्ति में बदल सकता है l

इसके कई उदाहरण भारतीय इतिहास में देखने को मिलते हैं l

चाणक्य ने अपनी शिखा खोलकर प्रण किया कि जब तक नंद वंश के राजा महानद का सिर अपनी तलवार से काटने के बाद ही चाणक्य ने अपनी शिखा बांधी नेपोलियन ने विजय यात्रा के दौरान कहा था कि असंभव शब्द केवल शब्द कोश में होता है l

संकल्प शक्ति

आल्प्स पर्वत को कोई पार नहीं कर सका था l लेकिन नेपोलियन के संकल्प ने आल्प्स पर्वत को भी पार कर दिखाया l इतिहास में ऐसे अगणित उदाहरण भरे पड़े हैं, जिन्होंने अपनी संकल्प शक्ति के बल पर अपने लक्ष्य तक पहुंचकर ही विराम एवं विश्वास लिया l

संकल्प करने पर शक्ति का विस्फोट होता है l संकल्प शक्ति के प्रयोग में त्रुटि विपरीत परिणाम भी ला सकती है,

जिसके घातक असफल परिणाम जीवन को विफलता निराशा एवं कुंठा से भर देते हैं l

यह स्थिति वास्तव में आधे अधूरे मन से किए गए विफल संकल्पों का नतीजा होती है l

संकल्प लेकर उसे तोड़ देना अर्थात् अपने लक्ष्य को बीच में छोड़ देना स्वयं को धोखा देने जैसे हैं l

संकल्प के प्रयोग में कभी जल्दबाजी न करें बिना लक्ष्य का सही निर्धारण किए उसके ओचित्य के प्रति बिना आश्वस्त हुए अपनी शक्ति सामर्थ्य को बिना आ के संकल्प ले बैठना और कार्यक्षेत्र में कूद पड़ना समझदारी का कदम नहीं है l

अंततः यह असफलता निराशा एवं जगह साईं का ही कारण बनती है l

संकल्प के प्रयोग में कछुए सी मंदगति भी ठीक नहीं l संकल्प केवल प्रेरणा कल्पना योजना या अनुकूल परिस्थितियों की प्रतीक्षा में टालता रहे यह भी उचित नहीं है l

लक्ष्य स्पष्ट हो इसके आूचित्य के प्रति भी आश्वस्ति हो लक्ष्य में अपने कल्याण के साथ दूसरों का भी हित जुड़ा हो, तभी अंतरात्मा में निहित शक्तियां एकजुट होकर लक्ष्य संधान के लिए सक्रिय होती हैं l

जो q लिया अब उसे पूरा करके ही दम लेना है l संकल्प शक्ति कैसे बढ़ाएं

संकल्प के साथ विकल्प कार्यसिद्धि में बड़ा अवरोध उत्पन्न करते हैं l https://janavicomputercourse.com/2025/02/business-tricks-in-hindi/

वीर कोलंबस जब अपने साहसिक अभियान में भारत की खोज में निकला और महीनों की असफल समुद्री यात्रा के बाद भी मंजिल दूर दूर तक न दिखी तो सहयात्रियों की हिम्मत जवाब दे गई l

वे विकल्प की तलाश में वापस लौट चलने की बात सोचने लगे किंतु वीर नायक कोलंबस का जवाब सहयात्रियों में नई चेतना फूंकनेवाल सिद्ध हुआ l कोलंबस का स्पष्ट जवाब था कि पीछे मुड़ने के बजाय वह या तो जहाज को ही समुद्र में डूबा देना

पसंद करेगा या फिर बुजदिलों को उठाकर समुद्र में फेंक देगा l ऐसे अटल एवं अपराजित निश्चय के साथ बढ़ रहा कोलंबस का अभियान अंततः समुद्र के किनारे अपनी मंजिल तक पहुंच ही गया l

यह बात दूसरी है कि यह भारत की बजाय अमरीका का तट था l विकल्पहीन संकल्प की स्थिति असंभव लगने वाले कार्यों को भी संभव बना देती है l संकल्प शक्ति सफलताhttps://www.quora.com/profile/Rekha-Devi-2144?ch=10&oid=2407798221&share=e02b34fe&srid=3djjWJ&target_type=user

वास्तव में तमाम अवरोधों एवं प्रतिकूलताओं के बीच ही संकल्प की परीक्षा होती है l कहावत प्रसिद्ध है कि शांत समुद्र ने कभी

श्रेष्ठ नाविक तैयार नहीं किए l संकल्प ही दुर्गुणों को त्यागने एवं सद्गुणों को अपनाने में सहायक सिद्ध होता है l अतः व्यक्तित्व का विकास संकल्प के साथ करें l यह निर्विवाद है कि सफलता का मूलमंत्र दृढ़ संकल्प ही है l संकल्प शक्ति

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