business tips in hindi मैं ने तीन प्रकार के बिजनेसमैन देखे हैं l पहला बिजनेसमैन कार्य के प्रारंभ में ही असफल हो जाता है l दूसरा बिजनेसमैन लंबे समय तक नई ऊंचाइयों को तो स्पर्श करता है, लेकिन स्वयं इतना नीचे गिर जाता है l
कि उसके पास अपना कुछ रह नहीं जाता, यहां तक कि वह कर्जदार तक हो जाता है l कार्य को करने के संकल्प के बाद भी सफलता प्राप्त नहीं होती l
तीसरे प्रकार का बिजनेसमैन आगे बढ़ता ही जाता है l उसकी बढ़त को कोई रोक नहीं पाता मैंने अपने जीवन काल में तीनों श्रेणी के उद्यमियों को देखा है l
अब मैं यहां उनकी चर्चा करना चाहूंगा l पहल बिजनेसमैन योजना बनाता है, startup business tips in hindi
उसे क्रियान्वित भी करता है, लेकिन उसे पग पग परेशानियों का अनुभव होने लगता है l जैसे किसी वित्तीय संस्था या बैंक से पैसा समय से न मिलना दूसरी स्थिति में पैसा मिलने पर ब्याज का मीटर चालू हो जाना और उसी समय उद्यम चालू न होने पर
ब्याज एवं मूलधन मिलाकर कर्ज से लदा जाना समय से कर्ज अदा न करने पर पैनल ब्याज पर एवं बिजनेसमैन घबरा जाता है l
अनेक सरकारी विभागों की अनुमति लेना बड़ा काम है l बिजली विभाग से बिजली का कनेक्शन लेना भी एक कठिन काम है l
मशीनों के चयन में अगर गलती हो जाए तो परेशानी और नुकसान निश्चित है l अपने कर्मचारियों के साथ व्यवहार में कुशलता नहीं होगी जो उत्पादन कम होगा या मल की क्वालिटी भी खराब होगी l
business tips in hindi
यह भी देखा गया है कि किसी अच्छी कंपनी की मशीन को पैसे के लालन में स्थानीय मिस्रियों से ठीक करवाना महंगा पड़ जाता है l पूरी मशीन ही खराब हो जाती है और बिजनेसमैन परेशान हो जाता है l
ये सारे प्रयोग बिजनेसमैन को असफलता की ओर ले जाते हैं l कभी कभी तो उद्योग चालू भी नहीं हो पाता और बीमार या बंद हो जाता है,
लेकिन यदि फिर भी चालू रहा और उत्पाद की क्वालिटी नहीं ठीक हुई तो मल बाजार से वापस आ जाता है l बिजनेसमैन परेशान हो जाता है और अंत में असफलता ही उसे लगती है l Uniue business tips in hindi
अगर असफलता से बचना है तो अपनी परेशानी का कारण आप स्वयं न बनें पुरानी मशीनों को खरीदना स्थानीय मिस्रियों से उपकरण ठोक कराना कर्ज को समय से चुकता न करना अपने उत्पाद की क्वालिटी को ठीक न रखना आदि बातों से बचें l
असफलता के इन सभी कारणों से सचित एवं सचेष्ट रहने की आवश्यकता है l
जिस दूसरे बिजनेसमैन ने अपने ही जीवन में नई ऊंचाइयां तो प्राप्त की और अपने ही जीवन काल में असफल भी हो गया उस बिजनेसमैन के असफल होने के मूल कारण निम्न हैं l Uniue business tips in hindi
1. अपने लड़कों को अपने जीवन काल में ही पूरा कार्य भार न देना जब तक पूरा भार नहीं देंगे वे पूरी जिम्मेदारी का निर्वाह नहीं कर सकेंगे वृद्धा वस्था में कार्य शक्ति कम होती है, अतः लड़कों को कार्य भार समय से देना अति आवश्यक है l न देने पर असफलता निश्चित है l https://www.linkedin.com/in/rekha-devi-32507328b?utm_source=share&utm_campaign=share_via&utm_content=profile&utm_medium=android_app
2. ऐसा भी देखा गया है कि युवा लड़कों जब काम देखना प्रारंभ करते हैं तो किसी महिला कर्मचारी के संपर्क में आकर अपना भविष्य खराब कर लेते हैं l काम के प्रति लापरवाह हो जाते हैं l अपने ही उद्योग की कार्य संस्कृति को बिगाड़ देते हैं l
पिता भी वृद्धा होने के कारण ऐसे पुत्र को रोक नहीं पाते अन्य कर्मचारी भी प्रेम प्रपंचों से अपरिचित नहीं रहते और वे भी मालिक की कमजोरी का अनुचित लाभ उठाने का प्रयास करते हैं l business tips in hindi
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इससे बदनामी होती है तथा उद्योग पर विपरीत प्रभाव पड़ता है l marketing business tips in hindi
3.यह भी देखा गया है कि पिता की कमाई के कारण पुत्र में आवश्यकता से अधिक रईसी आ जाती है l वह अपनी आमदनी से अधिक खर्च करता है, कर्ज के रुपयों से ऐश करता है, नतीजा अनेक बार दिवालिया होने के रूप में सामने आता है l
मैंने देखा है कि कुछ लोग हवाई जहाज या फर्स्ट ए. सी. में यात्रा करते हैं, केवल यह दिखाने के लिए कि वे बड़े रईस हैं l
मैंने कई लोगों को आगे बढ़कर दान देते हुए देखा है, ताकि लोग समझें कि इनकी बड़ी कमाई है l
ताकि लोग समझें कि इनकी बड़ी कमाई है l यह झूठ दिखावा है, अफलातूनी खर्च असफलता का कारण बनता है l
अधिक रईसी दिखने के कारण बिजनेसमैन अपनी जिम्मेदारियों और कर्तव्यों के प्रति भी लापरवाह हो जाता है l
तथा अपना खर्च भी आमदनी से अधिक बढ़ा लेता है l marketing business tips in hindi
4.नाम कमाने के चक्कर में कुछ बिजनेसमैन कई संस्थाओं की जिम्मेदारी अध्यक्ष या मंत्री बनकर ले लेते हैं l
संस्था में चुनाव के समय बेतहाशा पैसा खर्च करके पद प्राप्त करते हैं,
और फिर अधिक सक्रिय होने के कारण उद्योग या व्यापार पर ध्यान नहीं दे पाते l https://janavicomputercourse.com/2025/02/vyaktitva-vikas-ka-mahatva/
उद्यमियों को संस्थाओं का भार तभी लेना चाहिए जब देख लें कि उद्योग या व्यापार पर बुरा असर नहीं पड़ेगा l
अपने उद्योग को प्राथमिकता देने वाले का उद्योग कभी प्रभावित नहीं होता l business tips in hindi
Hii friends post जरूर पढ़ें अपना फीडबैक जरूर दें l