upsc syllabus in Hindi Complete 2024

Upsc syllabus in Hindi हमारे बहुत से प्रतियोगी भाई बहन सिविल सेवा परीक्षाओ में चयनित होकर अपना केरियर बनाना चाहते हैं और लाखों की संख्या में सिविल सेवा परीक्षाओं, की तैयारी में संलग्न है, कुछ भारतीय सिविल सर्विसेज की तैयारी कर रहे हैं, तो कुछ सिर्फ राज सिविल सेवा परिक्षाओं की तैयारी में संलग्न है l कुछ प्रतियोगी इन दोनों की ही तैयारी साथ साथ कर रहे हैं, परन्तु इन प्रतियोगी के समक्ष समुचित मार्ग दर्शन का अभाव एक बड़ी समस्या है, समुचित मार्ग दर्शन के अभाव में अधिकांश प्रतियोगी अथक परिश्रम करने के बावजूद भी लगातार असफल होते चले जाते हैं , चले जाते हैं, कुछ वर्षो की तैयारी के पश्चात उनका धैर्य जवाब दे जाता है, और वे बिना कोई अच्छे परिणाम के सिविल सेवा परीक्षाओं की तैयारी करना छोड़ देते हैं ,

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सिविल सर्विसेज प्रारंभिक परिक्षाओं में चयनित कैसे हों?SUCCESS

प्रारंभिक परिक्षाओं में अच्छे अंक ही सिविल सेवा परिक्षाओं में प्रवेश दिला सकते

upsc Syllabus in Hindi

हैं,https://janavicomputercourse.com/2024/05/upsc-syllabus-pdf-in-hindi/

तकनीकी और बारीकियों की जानकारी के बिना आज के समय में प्रारंभिक परिक्षाओं में भी सफल होना संभव नहीं है,

यह सिविल सेवा प्रारंभिक परिक्षाओं की समस्त तकनीकी और बारीकियों का ज्ञान कराने में पूर्णत समक्ष हैं l

जवाब दे जाता है, और वे बिना कोई अच्छे परिणाम के सिविल सेवा परिक्षाओं की तैयारी करना छोड़े देते हैं,

सिविल सेवा परीक्षा के तीन स्तरों में से बड़ी संख्या में प्रतियोगी प्रारंभिक परीक्षा में ही ही सफल नहीं हो पाते कभी कभी तो

साक्षात्कार तक पहुंच हुए प्रतियोगी भी अगले अरेम्ट की प्रारंभिक परीक्षा में असफल हो जातें हैं, आखिर प्रतियोगी के पास समस्या तो है,

समस्या यह है कि अधिकांश प्रतियोगी भले ही अपने मन में अपने आपको जानकार मानते हैं, पर दर असल में बे प्रारंभिक परिक्षाओं की

तकनीकीपूर्ण रणनीति नहीं जानते हैं, वे लगातार झूंठे भ्रम में डूब कर निरर्थक मेहनत करते रहते हैं, सिविल सेवा परीक्षा

इस पुस्तक में सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा के लिए बारीक से बारीक रणनीतिक तकनीक का समावेश किया गया है,

जिन्हें जानने के बाद प्रतियोगी प्रारंभिक परिक्षाओं में अच्छे अंक प्राप्त करने में सक्षम हो जाएंगे और सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा में उनका

परिणामों पर ही हमारी सफलता निहित है, हमारी शुभकामनाएं, आपके साथ है,

किनके लिए उपयोगी है, यह पुस्तक?

देश के लाखों प्रतियोगो अपना करियर सवारने के लिए निरन्तर में संलग्न है, देखा यह जाता है कि बहुत से प्रतियोगी कई वर्षो की तैयारी के

बावजूद इन परिक्षाओं की प्रारंभिक परीक्षा भी क्वालीफाई नहीं कर पा रहे हैं, यह पुस्तक ऐसे प्रतियोगियों को सिविल सेवा प्रारंभिक परिक्षाओं शीघ्र सफलता दिलाएगी सिविल सेवा मुख्य परिक्षाओं की पात्रता प्राप्त करने के लिए इस पुस्तक का अध्ययन अवश्य करें ,

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सिविल सेवा प्रारंभिक परिक्षाओं में चयनित कैसे हों

तकनीपूर्ण रणनीति ही प्रारंभिक परीक्षा में चयनित होने का एकमात्र आधार है,

सराहनीय कामयाबी क्या है?

जैसा कि नाम से ही स्पष्ट है, उल्लेखनीय सफ़लता वह है जो उल्लेख करने लायक हो स्पष्ट से उल्लेखनीय सफ़लता से तात्पर्य किसी

भी क्षैत्र में अपने आपको शिखर पर स्थापित कर दिया देना है, पढ़ाई लिखाई शासन प्रशासन नौकरी बिज़नेस व्यापार राजनीति अन्य किसी

भी क्षैत्र में अपने आप को ऊंचाइयों पर स्थापित कर देना ही उल्लेखनीय सफ़लता है, आज जिस किसी ने अपने आप को ऊंचाइयों पर स्थापित कर लिया है,https://www.facebook.com/profile.php?id=100084910624722&mibextid=ZbWKwL

उसकी स्थिति शंहशानहों जैसी हो गई है, हर कहीं उसकी हुकूमत चलती है, उनका सिक्का चलता है l मान सम्मान दौलत रूतवा ऐशो आराम सब कुछ उसके पास है, लोक सेवाए

प्रतियोगी परीक्षाओं के दुनिया में भी कुछ ऐसी ही बात है l इन परिक्षाओं में जो उच्च अंक अर्जित कर लेता है, वही शासन upsc प्रशासन में मन

वर्छित पद प्राप्त करता है, और मन वर्छित पद प्राप्त कर लेने के बाद उस प्रतियोगी के जीवन में क्या परिवर्तन आता है, यह आप स्वयं समझ

सकते हैं, उस पद पर जाने पर आपको पता ही चल जाएगा l केंद्र सरकार वा राज्य सरकार के कई पद सम्मान और रूतवे से भरपूर होते हैं,

कुछ पद और इनकम की दृष्टि से महत्वपूर्ण होते हैं, जैसे डॉक्टर इंजीनियर आदि के पद परन्तु कुछ पैसे और सम्मान दोनों की दृष्टि से महत्वपूर्ण होते हैं,

अपने देखा होगा जिस समय किसी आई ए ए एस या आई पीएस आफिसर पीएम, सीएम या किसी मिनिस्टर की यूपी एस सी बोर्ड

चमचमाती हुई सायरन बजाती हुईं लाल बत्ती वाली महंगी कार गुजरती है, उस समय सभी रोमांचित हो उठते हैं, जिस समय इनके आगे

पीछे कारों का काफिला चलता है, उस समय इनकी शान ही कुछ अलग होती इनके आगमन पर जब सैकड़ों जवान उन्हें सलामी देते हैं,

तो उनका सीना फख से फूल उठता है l ऐसे सम्मानजनक, पद प्रत्येक व्यक्ति को अपनी ओर आकृष्ट करते हैं, निश्चित रूप से सभी ऐसी

सुखानु भूति का सपना अवश्य देखते हैं, यह सभी उल्लेखनीय सफ़लता के उदाहरण है,UPSC फुल फॉर्म इन हिंदी एंड इंग्लिश

उद्योग व्यवसाय वा राजनीति के क्षेत्र में भी कई लोग ऊंचाइयां छू लेते हैं, मुकेश अम्बानी कुमार मंगलम सुन्दर पिचाई डोनल ट्रैंप

नरेन्द्र मोदी विल गेट्स आदि कुछ ऐसे ही नाम है, जिन्होंने अपनी श्रमसाधन के द्धारा ऊंचाइयां छू ली है, इन सभी की स्थिति ऊची सफलता

के उल्लेखनीय उदाहरण है l शान होती है ऐसे लोगों की कुछ लोगों की कुछ लोगों की स्थितियों वा पद पैसे की दृष्टि से महत्वपूर्ण होते हैं,

तो कुछ अधिकार और सम्मान की दृष्टि से विशेष महत्वपूर्ण होते हैं, ऐसी कामयाबियां हासिल करने वाले लोग अपने जीवन में तो खुशियां

प्राप्त करते ही हैं, साथ ही उनकी कामयाबी से उनके माता पिता परिवार गांव वा समाज के लोग भी गर्व का अनुभव करते हैं l ऐसी

उपलब्धियां प्राप्त करने पर उस व्यक्ति एवं उससे जुड़े लोगों की पारिवारिक सामाजिक स्थितियों में भी अन्तर आ जाता हैं l

स्वयं उस कामयाब व्याक्ति को फूलमालाएं तो चढ़ती ही है, साथ ही उसके माता पिता वा परिवार वालों का भी सम्मान बढ़ जाता है,

जब कामयाब व्यक्ति से या उसके माता पिता से इस कामयाबी के संबंध में इंटरव्यू लिया जाता हैं,UPSC के लिए योग्यता

दो शब्द बोलने को कहा जाता है तो उस समय वे अपनी सुख की आंसुओ को थाम नहीं पाते उन्हें लगता है, कि उनकी जिन्दगी का सपना

आज फल फूल कर एक कल्पवृक्ष का रुप धारण करके उनके सामने खड़ा हो गया है l उनके जीवन की तमनाएं साकार रूप में उनकी झोली

में डाल दी गई है l सच मानिये कामयाबी का वह पल वह आन न्दानु भूती बखान से बाहर की बात होती है l मुंख से अल्फाज नहीं आते

सिर्फ आंसू या अश्रुम्य चंद शब्दो से वे अपनी अनन्त खुशी का इज़हार कर देते हैं l परन्तु ध्यान देने की बात है कि सभी को ऐसी कामयाबी

नहीं मिल पाती इसके लिए व्यक्ति को कठिन से कठिन श्रम साधना से गुजरना पड़ता है l कोई प्रकार की कसौटियों और परिक्षाओं से गुजर

कर अपनी काबिलियत को साबित करना पड़ता है l जो व्यक्ति अपने जीवन में होने वाले संघर्षों वा कदम कदम पर होने वाली परिक्षाओं में

खरे उतरते हैं l वे ही जमाने के सफल व्यक्ति माने जाते हैं l दुनिया उन्हीं को सलाम करती है, समाज के लोग उन्हीं को प्राथमिकता देते हैं l

ऐसे ही लोग समाज का नेतृत्व करते हैं l और समाज उनका अनुगमन करता हुआ नजर आता है , upsc

आप भी प्रतियोगी परीक्षाओं में सफल हो सकते हैं या एक आई, ए, एस, बन सकते हैं? जानिये कैसे?

आज के दिनों में भारतीय प्रशासनिक सेवा परीक्षा एक ओर जितनी ही कठिन परीक्षा है, भारतीय प्रतियोगी परीक्षाओं सूची

वह दूसरी ओर उससे भी ज्यादा प्रतियोगियों के आकर्षण का केन्द्र भी बनी हुई है l स्नातक डिग्री कर चुकने वाले प्राय अधिकतर विधार्थी

इसकी परीक्षा देकर अपनी किस्मत आजमाना चाहते हैं l चूंकि इसकी नियमित वैकेंसियां साल दर साल निकलती रहती है, और प्रतियोगियों

को परीक्षा देने के सरल अवसर नियमित रूप से मिलते रहते हैं l लगभग यहीं स्थिति राज्य सिविल सेवाओं में भी रहती है l

कुछ लोगों को तो देखा गया है कि वे अपनी बुद्धि लब्धि क्षमता को समझते हुए अपना करियर चुनने के लिए पूर्व से ही बहुत अच्छा निर्माण

ले लेते हैं l उदाहरणार्थ कुछ लोग संबंधित विषय में स्नातकोत्तर, पी, एच, डी, बी, एंड, एम, एंड, आदि का पाठ्यक्रम पूरा कर लेते हैं, और

शिक्षकीय पेशे में जाना अच्छा समझते हैं l कुछ लोग रेल्वे बैंकिंग वा अन्य तरह की हल्की नौकरियों वाले पोस्टों में नौकरी प्राप्त करना अपने

जीवन का लक्ष्य बना लेते हैं, साथ ही वे उनके लिए सतत नियमानुसार बारीकी वा तकनीकी के साथ तैयारी भी करते करते हैं, और अधिकांश

लोग अपने मकसद में सफल भी हो जातें हैं l वास्तव में ऐसे लोग प्रसंशनीय है, क्योंकि वे अपनी काबिलियत को अच्छी तरह से समझ कर एक समुचित निर्णय लेने वाले व्यक्ति होते हैं l

दूसरी तरफ कुछ महान बुद्धि लब्धी वाले वे विधार्थी भी प्रशंसनीय है जिनमें महान सोच बसती है l भारतीय सिविल सेवाओं में या ऐसे राज्य

सिविल सेवाओं के पदों पर जाकर इस माध्यम से देश के दबे कुचले सताते हुए लोगों की सेवा करके उनको संकटों से निकाल कर उनका

उद्धार कर उन्हें विकास की धारा में लाकर खड़ा करने और इस माध्यम से देश में विकास क्रम को सशक्त बनाने की जुनून उनके मन में बसी

हुईं होती है l वे ऐसा करके अपने देश को एक नवीन दिशा प्रदान करना चाहते हैं l और बहुत बक बक झक झक से कोई मतलब नहीं रखते l

चुपचाप, अपने मकसद में लग जाते हैं और सादा जीवन और उच्च विचार के नियमों पर चलते हुए अंत में वे अपने मकसद में कामयाब होते हैं l

परिश्रम और तकनीकी का साथ कभी नहीं छोड़ते अंत में सचमुच वे आई, ए, एस, बन जाते हैं l

दूसरी तरफ अधिकांश स्नातक डिग्री किए हुए प्रतियोगी बड़ी तेजी से बिना कुछ सोच विचार किए हुए भारतीय सिविल सेवा वा राज्य सिविल

सेवा परिक्षाओं की ओर आकृष्ट होते हैं, और झटपट परीक्षा सामग्री का अम्बर लगा कर तैयारी प्रारंभ कर देते हैं l अगर उनसे कोई पूंछे आप

क्या कर रहे हैं, तो बड़े गर्व के साथ उनका उत्तर होता हम आई, ए, एस, की तैयारी कर रहे हैं l लेकिन सुनने वाला अपने मन ही मन में उन्हें

उत्तर दे देता है, ऐसे तो बहुत से लोग करते रहते हैं l कहने का तात्पर्य यह हुआ कि शायद ऐसे लोगों को लोग नकारा या भटका हुआ व्यक्ति मानते हैं, और इसमें बहुत हद तक सच्चाई भी होती है,

क्योंकि ऐसे लोगों में अपनी काबिलियत नाकाबिलियत को पहचानने की क्षमता का न होना ही उनका सबसे बड़ा दोष कमजोरी और आपने कांरियार

के साथ सबसे बड़ा नाइंसाफी मानी जाती है l दर असल ऐसे लोगों को पता ही नहीं होता कि भारतीय सिविल सेवा परीक्षा या राज्य सिविल सेवा

परीक्षाएं होती क्या चीज है, कोई उन्हें कुछ समझाएं कहे तो क्या वे कहते हैं, कि हम दुनिया का हर कार्य कर सकते हैं l जब मिट्टी में दबा हुआ कोयला

एक दिन हीरा बन जाता है तो क्या हम एक आई, ए, एस, नहीं बन सकते?

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फिर ये लोग मेहनत भी खूब करने लगते हैं l दिन दिन रात रात भर पढ़ते रहते हैं l शरीर को तोड़ कर रख देते हैं l सिविल सेवा की वैकेंसी निकाली

तो दौड़ कर फॉर्म अप्लाई कर देगें वैकेंसियों को देख देख कर बहुत खुश होते हैं l इस साल अच्छी वैकेंसी है l इसमें हमारा चयन हो सकता है l

क्वालिटी दिखाई नहीं देती पर उनसे बात भी संग लोक सेवा आयोग PDF करना व्यर्थ वे बात बात पर तुनक उठते हैं l आग जैसे जल उठेंगे अगर

उनका चले तो वे तुरंत किसी को फांसी दे दे, गोली मार दें l जिसी से पाए लड़ बैठेंगे किसी को देख नहीं सकेंगे ईर्ष्या क्रोध दुस्साहत अधैर्य निन्दा

प्रभाव आदि अवगुण जैसे छलके पड़ रहे हों बात करने का बोलने का लिखने पढ़ते का कोई सलीका नहीं टी, वी, या रोडियो पर कोई महत्वपूर्ण बहस

छिड़ी हो देश दुनिया में क्या हो रहा है, उनसे उनका कोई लेना देना नहीं उन्हें बहुत मेहनत करना है बस मेनहत के दम पर तो वे सारी दुनिया को झुका देंगे

हां कोई नई पुरानी फिल्म का नाम आ जाए तो उस पर बड़ी दिलचस्पी लेंगे मोबाइल पर फिल्मों वा गानों का हजारों का संग्रह कर लेंगे जब देखो

मोबाइल पर न जाने क्या चलाते रहेंगे हमेशा फेसबुक बटाशप वा यूट्यूब की दुनिया में उलझे नजर आयेंगे उन्हें कोई व्यक्ति सफलता की तकनीकी

बताए तो वे बोलेंगे हम सब कुछ जानते हैं l हमें इसकी कोई जरूरत नहीं हां जब पढ़ेंगे तो इतनी गहराई से कि रामचरित मानस की रचना किसने की

तुलसीदास की पत्नि का माता पिता का नाम क्या था l उन्होंने क्यों सन्यास ले लिया तुलसीदास किस कुल ब्रहर्ण थे l तुलसीदास का जन्म किस नक्षत्र

में हुआ था l अमुक जिले में ग्राम पंचायतों की संख्या कितनी है, इस जिले की जनसंख्या कितनी है, इस जिले में रोड की लंबाई कितनी है,

प्रारंभिक परीक्षा आई तो परीक्षा दे देंगे बड़े गर्व से कहेंगे मैने 80/90/प्रशन सही हल किए है l मेरा चयन हो जायेगा परंतु जब रिजल्ट आयेगा तो उनका रोल नंबर गायब होता है l

फिर बहुत रोएं धोएंगे मेरा मेहनत बरबाद हो गया l मेरे सारे अटेम्प्ट खराब हो गए मैं किसी काम का नहीं रह गया l नहीं रह गई लगता है मैं आत्महत्या कर

लूं अंत में ये बेचारे निरीह चार पांच साल तक तो हर हालत में सिविल सेवा परीक्षा का दामन छोड़ कर दुम दबा कर भाग ही जाते हैं l

उन्हें अपने किए धरे की भी खूब याद आती है, पर उनके पास अब सिर्फ प्रयाशिच्त ही बचा होता है l और इस प्रयाशिच्त्त को अकेले ही भोगना

वे उचित मानते हैं l कभी कभी वे किसी से कह भी डालते हैं, कि अगर समय रहते हमारे पास समझ जाग गया होता तो आज हम समाज में सम्मान और

रूतव की जिन्दगी जी रहे होते पर क्या करें समय रहते हमारे दिमाग पर पत्थर पड़ गया था l आज समझ जागी है, तो सफलता का समय निकाल चुका है l अब तो सिर्फ रोना पछताना ही रह गया है l

प्रतियोगी भाई बहनें अन्यथा न लें निम्नस्तर के प्रतियोगियों की चाल ढाल और उनकी भावी परेशानी का एक खाका खींचा कर उन्हें सही रास्ते पर

चलने आचरण करने और उनके अपने व्यक्ति निर्माण एवं संतुलित वा सम्यक अध्ययन का एक आइना दिखाने के लिए प्रयास स्वरूप ये पंक्तियां लिख

दी गई है, आइए आगे अब हम विचार करते हैं कि एक प्रशानिक अधिकारी बनने के लिए प्रतियोगी के सामान्य लक्षण कैसे होने चाहिए कहते हैं कि

होनहार बिरवान के होता चिकने पता इनका संस्कार बचपन से ही अत्यन्त जीघ्यास कुशाग्र बुद्धि पठन पाठन शील वा सुसंस्कृत प्रकार का होता है l

ज्ञान की दुनिया में ये सतत खोए रहने वाले व्याक्ति होते हैं l वे दुनियाबी तड़प भड़क से प्राय दूर रहते हैं l बचपन से ही उनके मन में जज्बातें उठाती रहती है, कि काश वे दुनिया में आकर कुछ ऐसा करके

जाएं जिससे धारती पर कुछ दिनों तक उनके पदचिन्ह रह सकें इतना ही नहीं युवा होने के साथ साथ उनका एक केंद्रित लक्ष्य बन जाता है l

और वे उस पर तन मन धन से समर्पित हो जातें हैं l वे अपने छोटे से छोटे कार्य को भी टार्गेट बना कर करते हैं l किसी बड़े कार्य को कई इकाइयों

और टुकड़ों में बांट कर करते हैं, और जिस समय किसी एक इकाई पर कार्य करते हैं उस समय केवल उस पर ही अपना सारा फोकस रखते हैं,

और सिविल सेवा प्रारंभिक परिक्षाओं में चयनित कैसे हों समय सीमा में उसे पूरा करके ही दम लेते हैं l अपना कार्य कभी अधूरा नहीं छोड़ते भले ही

उसके लिए उन्हें कितनी भी कठिनाई क्यों न झेलनी पड़ जाए सतत व्यक्ति निर्माण उनके दिमाग में सजगता से चलने वाली एक प्रक्रिया बन जाती हैं,

जो सतत एकिट्व रहने वाली शफ्तावेयर के समान कार्य करती रहती है l वे सपने में भी अपने लक्ष्यानुसार आचरण करते हैं l अगर उनका लक्ष्य एक

आई . ए. एस. अधिकारी बनने का बन भारतीय पुलिस चुका है l ये तो सोते जागते एक आई. ए. एस. का ही आचरण करते हैं l

निगेटिव थिंकिंग और आचरण उन्हें सपने में भी नहीं छू पाती उनके बात करने का उनके लिखने पढ़ने का तरीका बहुत सलीकापूर्ण होता है l

ये काफी ओ पेन माइंड के मृदु भाषी वा संवेदनशील होते हैं l दुनिया के लोगों की समस्याओं को अपने साथ घटने वाली समासाएं मानते हैं l

और उन समस्याओं से मुक्ति का समुचित मार्ग खोजते हुए काफी संघर्ष शील रहते हैं l

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इसके साथ साथ उन्हें एक प्रशासनिक अधिकारी बनने के लिए कितने चीजों की किस स्तर की सामग्री के अध्ययन की जरूरत है, वे बखूबी समझते हैं l

वे आवाश्यक और अनावश्यक सामग्री की पहचाना करना बहुत अच्छे से जानते हैं, और मिथ्या समग्री पर अपना दिमाग व्यर्थ में नहीं खपाते और

जरूरत की महत्वपूर्ण अध्ययन सामग्री पर उनका फोकस चहुमुखी वा समग्र रूप में होता है l अपने देश की वा समस्त विश्व में घटने वाली घटनाओं पर

उनकी पैनी नजर होती है l वे विश्व को एक परिवार जैसे समझते हैं l ये समय के पाबंद रह कर अपना प्रत्येक कार्य संतुलित रुप में करते हैं l

क्रोध ईश्वर निन्दा प्रसंशा आदि के प्रभाव इन्हें छू भी नहीं पाते ये सुनने वा मनन करने के बाद ही कुछ बोल पाते हैं l सुनते अधिक है बोलते कम है,

अपनी कमियों की सतत खोज और उन्हें दूर करना इनकी सतत प्रकृति बन जाती है l और ऐसे लोग वास्तव में बड़े धैर्यवान वा साहसी होते हैं l

और सच मानिए इसके वार महाभारत के अर्जुन से जरा भी कम नहीं होते वे लक्ष्य भेदन करने में निश्चित कामयाब रहते हैं l अर्थात ये सचमुच में एक दिन आई. ए. एस बन जाते हैं l

दोस्तो इस दुनिया में प्रतिभा का कोई जवाब नहीं है l रास्ता रोकने वाली दुनिया की कोई चीज आज तक सामने दीवार या पहाड़ बन कर नहीं आ सकी है l न ही भविष्य में आने वाली है l

हों अधकाचेर लोगों के सामने बाधाओं और कमियों के पहाड़ ही पहाड़ है, जिन्हें समझिए वे व्यक्ती के स्वजनिक होते हैं l व्यक्ति अपने कामों के द्वारा

अपने भाग्य का निर्माण स्वयं ही होता है l अब आप अपना मूल्यांकन स्वयं कर सकते हैं कि आप किस प्रकार के विद्यार्थी या प्रतियोगी है l

आदि आप में आई. ए. एस. बनने के लिए उपरोक्त गुणों में से आधे भी गुण विद्यमान हों तो आप आधे अन्य गुणों को अपने सतत अभ्यास वा दृढ़

संकल्प के माध्यम से विकसित कर सकते हैं, और अपना सपना पूरा कर सकते हैं l अगर आप में ये गुण विद्यमान नहीं है तो अच्छा हो कि आप

अपना समय बरबाद न करें और अपनी स्तर की पहचाना करके उसके अनुकूल रोज़गार के अवसर प्राप्त कर जीवन बसर करने का प्रयास करें

पूर्व में बताए गए प्रतियोगियों की तरह धोबी का कुत्ता घर का न घाट का जैसे सनकी प्रतियोगी तो कभी न बनें एक और बात अगर सुबह का भटक

व्यक्ति शाम को घर लौट आए तो उसे भुला नहीं कहा जाता कहने का तात्पर्य यह है कि आदत के बिगड़े इंसान भी अगर सच्ची आत्म से अपनी भूलों को

कबूल कर लेते हैं, और दृढ़ संकल्प के साथ अपने सुधार की प्रणाली लागू कर लेते हैं, वे सही रास्ते पर आ जाते हैं, और लक्षित कार्य कराने में सफल

हो जातें हैं l अत आप यदि इस किस्म के विद्यार्थी है तो भी निराश मत होइए अपने लिए सच्चाई और ईमानदारी का रास्ता चुनिए आप लक्ष्य प्राप्त कर लेंगे आपकी सफलता के लिए हमारी शुभकामनाएं आपके साथ है l

सिविल सेवा प्रारंभिक परिक्षाओं में चयनित कैसे हों

हम चाहते हैं कि आप अपने जीवन में सफलता के उच्चतम शिखर पर पहुंचे प्रतियोगी परीक्षाओं की आपकी तैयारी ऊंचे मुकाम तक पहुंचे आप एक

आई , ए, एस, आफिसर या सम्मानित अधिकारी या सम्मानित कर्म चारी बन कर हमारा नाम रोशन करें इन्हीं शुभ कामनाओं के साथ हम यह पुस्तक आपको सप्रेम भेट कर रहे कृपया इसे स्वीकार करें

आप सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा देने जा रहे हैं l हम आशा करते हैं l कि इस बार आपका चयन हो जाए इस पुस्तक में वह सब कुछ है,

जिसकी आपकी जरूरत है l आज के प्रतियोगिता भरी जिन्दगी में सफल होने के लिए तकनीकी और उत्तम रणनीति ही एकमात्र सहारा है l

वह संपूर्ण बारीक से बारीक बातें और तकनीकी इस पुस्तक में हैं, जो आपकी सफलता के लिए आवश्यक हैं l

कृपया इसका गहन अध्ययन करें और अपने जीवन को सफल बनाएं

प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता की तकनीकी

शीघ्र सफलता दिलाने में सक्षम है l अपनी इसी क्वालिटी के कारण यह बेस्ट

दोस्तो पोस्ट पढ़ने में कैसा लगा फीड बेक जरूर दे l अपना

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